नींद में भी गिरते हैं मेरी आँख से आंसू जब भी तुम ख्वाबों में मेरा हाथ छोड़ देती हो..
Author: pyarishayri
रहता हूं किराये के घर में
रहता हूं किराये के घर में… रोज़ सांसों को बेच कर किराया चूकाता हूं…. मेरी औकात है बस मिट्टी जितनी… बात मैं महल मिनारों की कर जाता हूं…. जल जायेगा ये मेरा घर इक दिन… फिर भी इसकी खूबसूरती पर इतराता हूं…. खुद के सहारे मैं श्मशान तक भी ना जा सकूंगा… इसीलिए जमाने में… Continue reading रहता हूं किराये के घर में
गुज़र गया आज का दिन भी
गुज़र गया आज का दिन भी तमाम ख्वाहिशे लेकर.. साँसों ने शरीर का दामन ना छोड़ा तो कल फिर मिलेंगे.. गुज़र गया आज का दिन भी तमाम ख्वाहिशे लेकर.. साँसों ने शरीर का दामन ना छोड़ा तो कल फिर मिलेंगे..
चार लाइन दोस्तों के नाम
चार लाइन दोस्तों के नाम काश फिर मिलने की वजह मिल जाए साथ जितना भी बिताया वो पल मिल जाए, चलो अपनी अपनी आँखें बंद कर लें, क्या पता ख़्वाबों में गुज़रा हुआ कल मिल जाए.. मौसम को जो महका दे उसे ‘इत्र’ कहते हैं जीवन को जो महका दे उसे ही ‘मित्र’ कहते है… Continue reading चार लाइन दोस्तों के नाम
कभी टूटा नहीं मेरे दिल से तेरी यादों
कभी टूटा नहीं मेरे दिल से तेरी यादों का रिश्ता, बातचीत किसी से भी हो, ख्याल तेरा ही रहता है…!!!
तू उदास न रहा कर
तू उदास न रहा कर तुझे वास्ता है हमारा , एक तेरा ही चेहरा देख कर तो हम अपना गम भुलाते हैं…!!!
एक बार आना है तेरे शहर में जिन्दगी
एक बार आना है तेरे शहर में जिन्दगी, देखूँ तो सही, बेवफाओं का शहर होता कैसा है…!!!
वाह रे दोगले समाज
वाह रे दोगले समाज क्या तेरी सोच हैं… पैसे वाले की बेटी.. रात के आठ बजे कही जाए.. तो “चलन” है…! गरीब की बेटी… अगर उसी वक्त पर डयूटी से आए.. तो “बदचलन” है..!!
दुनियाँ की हर चीज ठोकर
दुनियाँ की हर चीज ठोकर लगने से टूट जाया करती है दोस्तो… एक ” कामयाबी ही है जो ठोकर खा के ही मिलती है …!!
जिस जिस को मिली खबर सबने एक ही सवाल किया
जिस जिस को मिली खबर सबने एक ही सवाल किया… तुमने क्यों की मुहब्बत तुम तो समझदार थे…