उनकी नफरत भरी नज़रों के तीर तो बस
हमारी जान लेने का बहाना था
दिल हमारा टुकड़े टुकड़े होकर बिखर गया
पूरी महफ़िल बोली वाह ! क्या निशाना था
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
उनकी नफरत भरी नज़रों के तीर तो बस
हमारी जान लेने का बहाना था
दिल हमारा टुकड़े टुकड़े होकर बिखर गया
पूरी महफ़िल बोली वाह ! क्या निशाना था