झाँक रहे है इधर उधर सब,
अपने अंदर झांकें कौन ,
ढ़ूंढ़ रहे दुनियाँ में कमियां,
अपने मन में ताके कौन..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
झाँक रहे है इधर उधर सब,
अपने अंदर झांकें कौन ,
ढ़ूंढ़ रहे दुनियाँ में कमियां,
अपने मन में ताके कौन..