बहारों की चाह में गुजर जाती है यह ज़िंदगी,
और कुछ फूल हंसके पतझड़ों में पलना सीख जाते हैं…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
बहारों की चाह में गुजर जाती है यह ज़िंदगी,
और कुछ फूल हंसके पतझड़ों में पलना सीख जाते हैं…