वो मंजिल ही नहीं रही

वो तकदीर मिट गई , जो पाना चाहता था|
वो मंजिल ही नहीं रही , जँहा जाना चाहता था|
वो आँसू रुक गए , जो बहाना चाहता था|
वो प्यार ही नहीं रहा , जो पाना चाहता था

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