किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता…
डरिये वक़्त की मार से,
बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता…
अकल कितनी भी तेज ह़ो,
नसीब के बिना नही जित सकती..
बिरबल अकलमंद होने के बावजूद,
कभी बादशाह नही बन सका !!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता…
डरिये वक़्त की मार से,
बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता…
अकल कितनी भी तेज ह़ो,
नसीब के बिना नही जित सकती..
बिरबल अकलमंद होने के बावजूद,
कभी बादशाह नही बन सका !!!