दरिया बन कर किसी को डुबोना बहुत आसान है,
मगर “जरिया” बनकर किसी को बचायें तो कोई बात बने।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
दरिया बन कर किसी को डुबोना बहुत आसान है,
मगर “जरिया” बनकर किसी को बचायें तो कोई बात बने।