हँसने की आदत से मशहुर हुआ करते थे
कभी हम भी इस जँहा मे,,,
.खुदा सलामत रखै उनको जिस शख्स ने
हमे रोना सिखा दिया
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हँसने की आदत से मशहुर हुआ करते थे
कभी हम भी इस जँहा मे,,,
.खुदा सलामत रखै उनको जिस शख्स ने
हमे रोना सिखा दिया