मुझे उससे कोई शिकायत ही नहीं,
शायद हमारी किसमत में चाहत ही नहीं,
मेरी तकदीर को लिखकर खुदा भी मुकर गया,
पूछा तो बोला ये मेरी लिखावट ही नही..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मुझे उससे कोई शिकायत ही नहीं,
शायद हमारी किसमत में चाहत ही नहीं,
मेरी तकदीर को लिखकर खुदा भी मुकर गया,
पूछा तो बोला ये मेरी लिखावट ही नही..