यदि शांति चाहते हो कभी दूसरों को बदलने की अपेक्षा मत रखो…
स्वंय बदलो, जैसे कंकर से बचने के लिए स्वंय जूते पहनना उचित है
न कि पूरी धरती पर कारपेट बिछाने की…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
यदि शांति चाहते हो कभी दूसरों को बदलने की अपेक्षा मत रखो…
स्वंय बदलो, जैसे कंकर से बचने के लिए स्वंय जूते पहनना उचित है
न कि पूरी धरती पर कारपेट बिछाने की…