इलाही क्या इलाक़ा है वो जब लेते हैं अंगड़ाई
मिरे ज़ख़्मों के सब टाँके अचानक टूट जाते हैं
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
इलाही क्या इलाक़ा है वो जब लेते हैं अंगड़ाई
मिरे ज़ख़्मों के सब टाँके अचानक टूट जाते हैं