वो आँगन आँगन नहीं होता जहाँ बेटियाँ नहीं
खेलतीं
वो रसोई रसोई नहीं होती जहाँ मांयें
रोटियाँ नहीं बेलतीं ।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
वो आँगन आँगन नहीं होता जहाँ बेटियाँ नहीं
खेलतीं
वो रसोई रसोई नहीं होती जहाँ मांयें
रोटियाँ नहीं बेलतीं ।