मेरी समझदारियोँ ने मेरी मासूमियत को मार ङाला…
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तुझे अब भी शिकायत है कि मैँ तुझे समझता नहीँ…!!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मेरी समझदारियोँ ने मेरी मासूमियत को मार ङाला…
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तुझे अब भी शिकायत है कि मैँ तुझे समझता नहीँ…!!!