मन्नत के धागे की तरह मिले हो ……. तुम मुझको
रब करे ये गाँठ ……. ज़िन्दगी भर ना खुल पाये |
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मन्नत के धागे की तरह मिले हो ……. तुम मुझको
रब करे ये गाँठ ……. ज़िन्दगी भर ना खुल पाये |