कोई वक़ालत नही चलती

कोई वक़ालत नही चलती ज़मीं वालो की. जब कोई फैसला आसमाँ से उतरता है…!!!. .

हो जाता है

हो जाता है जैसे पत्थर से खुदा कोई । ऐसे वो मेरा खुदा होकर पत्थर हो गया ।।

आँखे ज़िसे चुने

आँखे ज़िसे चुने वो सही हो या ना हो, दिल से किया हुआ चुनाव कभी गलत नहीं होते..!!

कैसे बदलदू मै

कैसे बदलदू मै फितरत ए अपनी मूजे तुम्हें सोचते रहनेकी आदत सी हो गई है….

हमने कहा था

हमने कहा था दिल दे दो और जान ले लो, उसने दिल दिया नहीं और जान भी ले ली।

वो पत्थर कहाँ मिलता है

वो पत्थर कहाँ मिलता है बताना जरा ए दोस्त, जिसे लोग दिल पर रखकर एक दूसरे को भूल जाते हैं..

दाग शराफत के

दाग शराफत के कुछ ऐसे लगे थे , ज़िन्दगी भी खुल के हम जी न पाये।

शायर तो कह रहा था

शायर तो कह रहा था कि हमने कहा है शेर और शेर कह रहा था चुराए हुए हैं हम….!

तेरे गुरूर को

तेरे गुरूर को देखकर तेरी तमन्ना ही छोड़ दी हमने, जरा हम भी तो देखे कौन चाहता है तुम्हे हमारी तरह…!!

गर आदमी की नियत

गर आदमी की नियत बुरी है समझो , जमाने में हैसियत उसकी बहुत बड़ी है

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