तुझसे मिलता हूँ तो सोच में पड़ जाता हूँ.. के वक्त के पाँव में जंजीर पह्नाऊ कैसे..
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देर तक सीने पे
देर तक सीने पे मेरे सर रख कर तुम रोई थी.. मेरे बिन क्या जी लोगी…बस इतना ही पूछा था..
तुमको तो तुम्हारी ये नजर
तुमको तो तुम्हारी ये नजर ले बैठेगी हमको ये मोहब्बत बेखबर ले बैठेगी
दिल की हेराफेरी
दिल की हेराफेरी संभलकर कीजिये हुजूर.. अंजाम ऐ मोहब्बत जुर्म बड़ा संगीन होता है
कभी मुझसे खफ़ा
कभी राजी तो कभी मुझसे खफ़ा लगती है ……… जिंदगी तू ही बता , तू मेरी क्या लगती है
जिन्हे आना है
जिन्हे आना है वो खुद लौट आयेंगे तेरे पास ए दोस्त,बुलाने पर तो परिंदे भी गुरुर करते है अपनी उड़ान पर !!
तमन्ना बस इतनी है
तमन्ना बस इतनी है अफ़सोस हो तुम्हें.. छोड़ा है तुम ने बहुत आसानी से मुझे..
ना तोल मेरी मोहब्बत
ना तोल मेरी मोहब्बत अपनी दिल लगीं से, देख कर मेरी चाहत को तराजू टूट जाते हैं
नाज़ुक मिजाज है
नाज़ुक मिजाज है वो परी कुछ इस कदर.. पायल जो पहनी पाँव मै तो छम-छम से डर गई..
अब वहां यादों का
अब वहां यादों का बिखरा हुआ मलवा ही तो है.. जिस जगह इश्क ने बुनियादे-मका रखी थी..