रंग बन कर

सिर्फ़ लहरा के रह गया आँचल रंग बन कर बिखर गया कोई………

प्यास के क़ाबिल

मिला जब भी समुन्दर सा मिला तू मेरी प्यास के क़ाबिल कहाँ था

तसल्ली के लिये

भूखे बच्चों की तसल्ली के लिये माँ ने फिर पानी पकाया देर तक गुनगुनाता जा रहा था इक फ़क़ीर धूप रहती है ना साया देर तक

लोग तरस जाते हैँ

हमारा अंदाज कुछ ऐसा है कि… जब हम बोलते हैँ तो बरस जाते हैँ.. और जब हम चुप रहते हैँ तो लोग तरस जाते हैँ..!!

दिन गुजर जायेगे

सब्र कर बन्दे, मुसीबत के दिन गुजर जायेगे. आज जो तुजे देखके हस्ते है. वो कल तुजे देखते रह जायेगे

मै लिखता हूँ

मै लिखता हु शिकायते तेरी तु पढ़ती है मोहब्बत मेरी॥

जिंदगी शुरू होती है

जहाँ से इश्क ख़त्म होता है वहाँ से जिंदगी शुरू होती है।

चीजें बेच रहा हूँ

आज अपनी फालतू चीजें बेच रहा हूँ मैं, है कोई ऐसा जिसे मेरी शराफत चाहिए !!

बन के तुम मेरे

बन के तुम मेरे मुझको मुक्कमल करदो, … अधूरे अधूरे तो अब, हम खुद को भी अच्छे नही लगते ।

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