अभी तो राख ही हुए हैं तुझे पाने की चाह में अभी तो बिखरने का खेल बाकी है
Tag: Pyar Shayari
मुझी को देख
मुझी को देख, कहाँ पर शिकस्त खायी है अब इसके बाद तुझे शौक़ है तो हारे जा
सोचा था इस कदर
सोचा था इस कदर उनको भूल जाएँगे, देखकर भी अनदेखा कर जाएँगे, पर जब जब सामने आया उनका चेहरा, सोचा एस बार देखले, अगली बार भूल जाएँगे…..
इस दुनिया मे
इस दुनिया मे कोई किसी का हमदर्द नहीं होता लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पुछ्ते हे “और कितना वक़्त लगेगा”
सब कुछ पा लिया
सब कुछ पा लिया मैंने , पर वो तेरे मेंहदी लगे हाथ मेरे ना हो सके ।
नशा तो दरसल
नशा तो दरसल तुम्हारी बातों में था… हम खामखाँ ही सिगरेट जलाते रहे…!!!
हँसकर दर्द छुपाने
हँसकर दर्द छुपाने की कारीगरी मशहूर थी मेरी पर कोई हुनर काम नहीं आता जब तेरा नाम आता
पर्दा हटा लिया
हमारा क़त्ल करने की उनकी साजिश तो देखो …. गुज़रे जब करीब से तो चेहरे से पर्दा हटा लिया .
अजीब होते है
ये रिश्ते भी अजीब होते है बिना विश्वास के शुरू नही होते.. और बिना धोखे के खत्म नही होते!
बहुत खूब सूरत है
बहुत खूब सूरत है आखै तुम्हारी इन्हें बना दो किस्मत हमारी हमें नहीं चाहिये ज़माने की खुशियाँ अगर मिल जाये मोहब्बत तुम्हारी