कुछ हाथ नहीं है

सिर्फ पछतावे के कुछ हाथ नहीं है आता वक़्त बेकार में जो अपना गँवा देता है!

उलझा के रख दिया है

उलझा के रख दिया है किसी ने जवाब को सीधा सा था सवाल….प्यार करते हो या नहीं…

तुम दूर बहुत दूर हो

तुम दूर बहुत दूर हो मुझसे ये तो जानता हूँ मैं,..!! पर तुमसे करीब मेरे कोई नही है बस ये बात तुम याद रखना..!!

मुझ में बेपनाह मुहब्बत

मुझ में बेपनाह मुहब्बत के सिवा कुछ भी नही, तुम अगर चाहो तो मेरी साँसो की तलाशी ले लो..

हाल पूछते नहीं

हाल पूछते नहीं ये बे-वफ़ा दुनिया जिंदा लोगों का, चले आते हैं तैयार हो कर जनाज़े पे बारात की तरह..

ख्वाहिश सिर्फ यही है

ख्वाहिश सिर्फ यही है की.. जब मैं तुझे याद करु तू मुझे महसूस करे….!!!!

सितारे भी जाग रहे हो

सितारे भी जाग रहे हो रात भी सोई ना हो.. ऐ चाँद ले चल मुझे वहाँ जहाँ उसके सिवा कोई ना हो ।।

ज़िन्दगी में है

ज़िन्दगी में है थोड़ी उंच नीच मगर, एक मौत है जो यहाँ सबको बराबर बंटी है।

रात को अक्सर

रात को अक्सर ठीक से नींद ही नहीं आती, घर की किश्तें कम्बखत चिल्लातीं बहुत हैं ।

बस तेरी ख़ामोशी

बस तेरी ख़ामोशी जला देती है मेरे दिल को , बाकी सब अंदाज़ अछे है तेरी तस्वीर के . . .

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