बैठे थे अपनी मस्ती में

बैठे थे अपनी मस्ती में की अचानक तड़प उठे, आ कर तुम्हारी याद ने अच्छा नहीं किया !!

यादों की हवा

यादों की हवा चल रही है, शायद आँसुओं की बरसात होगी .

मुनासीब हो तो

मुनासीब हो तो बात कर लिया करो यार… वरना हमें तो पता ही है अजीज नहीं हम तेरे

सिर्फ वक्त ही

सिर्फ वक्त ही गुजारना हो तो किसी और को आजमा लेना, हम तो चाहत और दोस्ती दोनों इबादत की तरह करते है|

सिखा दिया हैं

सिखा दिया हैं जहाँ ने, हर जख्म पे हसना….!! ले देख जिन्दगी, अब मै तुझ से नही डरता….!!

निकाल दिया उसने

निकाल दिया उसने हमें अपनी ज़िन्दगी से भीगे कागज़ की तरह, ना लिखने के काबिल छोड़ा, ना जलने के |

ज़रा अल्फ़ाज़ के

ज़रा अल्फ़ाज़ के नाख़ून तराशों बहुत चुभते है……. जब नाराज़गी से बातें करती हो….!!

पूछ लेते वो

पूछ लेते वो बस मिजाज मेरा कितना आसान था इलाज मेरा |

तलाश तो सिर्फ

तलाश तो सिर्फ सुकून की होती है.. नाम रिश्तों का चाहे कुछ भी रख लो..

आओ मिलकर ढूंढ ले

आओ मिलकर ढूंढ ले वजह, फिर से एक हो जाने की.. यूँ एक-दूसरे से बिछड़कर, ना तुम अच्छे लगते हो और ना हम..

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