हम दिल के सच्चे

हम दिल के सच्चे कुछ एहसास लिखते हैं, मामूली शब्दों में ही सही, कुछ खास लिखते हैं।

कुछ एहसास लिखते हैं

हम दिल के सच्चे कुछ एहसास लिखते हैं, मामूली शब्दों में ही सही, कुछ खास लिखते हैं।

एक आकाश था

एक आकाश था एक नदी थी मिलना मुश्किल था हालाँकि पूरा का पूरा आकाश नदी में था…

लोग तलाशते है

लोग तलाशते है कि कोई फिकरमंद हो, वरना ठीक कौन होता है यूँ हाल पूछने से?

बिखरने की आदत है

मोतियों को बिखरने की आदत है, लेकिन धागे की ज़िद है उन्हें पिरोए रखने की।

कभी जो मिलें फुरसत

कभी जो मिलें फुरसत तो बताना जरूर… वो कौन सी मौहब्बत थी जो मैं ना दे सका….

वो पन्ने आज भी

वो पन्ने आज भी कोरे हैं,जिन पर तुझको लिखना चाहा।

दिखाई देता नहीं

दिखाई देता नहीं दूर तक कोई मंज़र, वो एक धुंध मेरे आसपास छोड़ गया !

मैं चुप रहा

मैं चुप रहा और गलतफहमियां बढती गयी, उसने वो भी सुना जो मैंने कभी कहा ही नहीं…

आँखों में भी

आँखों में भी कुछ सपने सो जाते हैं सपनों में भी मुश्किल जब उनका आना लगता है….

Exit mobile version