पानी भी क्या अजीब चीज़ है नजर उन आँखों में आता है जिनके खेत सूखे हैं
Tag: प्यारी शायरी
बहुत संभल के
बहुत संभल के चलने से….. थक गया है दिल अब लड़खड़ा के धड़ाम से……. गिरने को जी करता है
जिस्म के घाव तो
जिस्म के घाव तो, भर ही जायेंगे एक दिन… खेरियत उनकी पूछो, जिनके दिल पर वार हुआ है…
अपनी ही एक अदा है..
दर्द की भी अपनी ही एक अदा है…वो भी सिर्फ सहने वालों पर ही फिदा है..
कोई अच्छा लगा
दिल भी न जाने किस किस तरह ठगता चला गया…, कोई अच्छा लगा और बस…लगता चला गया…!
दूर हो जाने की तलब है
दूर हो जाने की तलब है तो शौक से जा बस याद रहे की मुड़कर देखने की आदत इधर भी नही!!
दो निवालों के खातिर
दो निवालों के खातिर मार दिया जिस परिंदे को.. बहुत अफ़सोस हुआ ये जान कर वो भी दो दिन से भूखा था|
कुछ चीज़े कमज़ोर की
कुछ चीज़े कमज़ोर की हिफाज़त में भी महफूज़ हैं … जैसे, मिट्टी की गुल्लक में लोहे के सिक्के ….
हर मर्ज का इलाज
हर मर्ज का इलाज मिलता नहीं दवाखाने से, अधिकतर दर्द चले जाते हैं सिर्फ मुस्कुराने से..
लबों से गाल फिर
लबों से गाल फिर सफ़र तेरी नज़र तक का .. तौबा,बहुत कम फ़ाँसलें पर इतने मयख़ाने नहीं होते …