बहुत पुख़्ता मिज़ाज है

बहुत पुख़्ता मिज़ाज है वो शख्श। याद रखता है,कि याद नहीं करना…

यूँ असर डाला है

यूँ असर डाला है मतलब-परस्ती ने दुनियाँ पर कि… हाल भी पूछो तो लोग समझते हैं, कोई काम होगा

यूँ असर डाला है

यूँ असर डाला है मतलब-परस्ती ने दुनियाँ पर कि… हाल भी पूछो तो लोग समझते हैं, कोई काम होगा.!!!

करूँ क्या मै

करूँ क्या मै फरियाद अपनी ज़ुबो से , गिरे टूटकर बिजलियो आसमां से , मै अश्क़ों मे सारे जहॉ को बहा दूँ , मगर मुझको रोने की आदत नही हैं|

मुद्दत हुई है

मुद्दत हुई है बिछड़े हुए अपने-आप से… देखा जो आज तुम को तो हम याद आ गए|

किसी ऐसे को ज़िंदा रख के

किसी ऐसे को ज़िंदा रख के दिखा जिसकी परवाह क़ुदरत ना करे… और किसी ऐसे से मुहब्बत कर के दिखा जो बदले में मुहब्बत ना करे|

गुर्बत ने मेरे बच्चो को

गुर्बत ने मेरे बच्चो को तहजीब सिखा दी सहमे हुए रहते हैं शरारत नही करते |

सोचा था उस से

सोचा था उस से बिछडेंगे तो मर जायेंगे हम जानलेवा खौफ था बस, हुआ कुछ भी नही|

सलीक़ा आ गया है

हम को टालने का शायद तुम को सलीक़ा आ गया है बात करते तो हो लेकिन , अब तुम अपने नहीं लगते |

ला तेरे पैरों में

ला तेरे पैरों में मरहम लगा दूँ ऐ दोस्त मेरे दिल को ठोकर मारने से चोट तो आई होगी

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