कोई वहम ही था जो इस गली में मुड़ आये वरना पिछले मोड़ पे एक रास्ता और भी था ..
Tag: व्यंग्य
अगर जिन्दा हो तो
अगर जिन्दा हो तो जिन्दा नजर आना जरूरी है अगर बात आए उसूलों पर तो टकराना जरूरी है|
कोई चेहरे का दीवाना
कोई चेहरे का दीवाना तो किसी को तन की तलब..!! अदाएँ पीछा करवाती है साहब आजकल मोहब्बत कौन करता है…
कुछ फ़र्जी खयाल भी
कुछ फ़र्जी खयाल भी दिल को सताते है, जैसे कि ” हम उन्हे याद आते है”…..
काश आ जाता कोई
काश आ जाता कोई पूछने वाला की क्या चाहिए? पैसे,प्रमोशन,ग्लैमर, सबको छोड़ सिर्फ बचपन वापस मांग लेता मैं..!!!
पहले जैसा रंग नहीं है
पहले जैसा रंग नहीं है जीवन की रंगोली में जाने कितना ज़हर भरा है अब लोगों की बोली में ..
अखबार के साथ दबे
अखबार के साथ दबे पांव चली आती थीं, टीवी ने खबरों को शोर मचाना सिखा दिया..!!
MOTHER का M ही
MOTHER का ‘M’ ही महत्वपूर्ण है । क्योंकि ‘M’ के बिना बाकी सब OTHER है ।
पानी फेर दो इन पन्नो
पानी फेर दो इन पन्नो पर.. ताकि धुल जाये स्याही..! ज़िन्दगी फिर से लिखने का मन करता है.. कभी कभी..!
संबंधो को निभाने के लिए समय
संबंधो को निभाने के लिए समय निकालियें .. वरना जब आपके पास समय होगा, तब तक शायद संबंध ही ना बचें!!