रात को जीत

रात को जीत तो पाता नहीं लेकिन ये चराग़ कम से कम रात का नुक़सान बहुत करता है |

उड़ने दो मिट्टी

उड़ने दो मिट्टी,कहाँ तक उड़ेगी, हवा का साथ छूटेगा, ज़मीं पर आ गिरेगी…!

चाहें कितनी भी कर लो…

चाहें कितनी भी कर लो… इश्क़ में सौ ग्राम मुहब्बत हमेशा कम रह ही जाएगी !!!

हम भी दरिया हैं

हम भी दरिया हैं, हमें अपना हुनर मालूम है; जिस तरफ़ भी चल पड़ेगे, रास्ता हो जाएगा।

ज्यादा ख्वाहिशें नही

ज्यादा ख्वाहिशें नही…. जिंदगी का हर लम्हा….. .तेरे साथ हो…….

तेरी मौजूदगी से

तेरी मौजूदगी से लौट आती हैं चेहरे की रौनकें लोग सोचते हैं खूबसूरत हैं हम |

तुझे पाकर ही

तुझे पाकर ही अपनों से मिल पाये हम क्यू इतनी देर से मेरे झिंदगी में आये तुम !!

खुद को सबसे छुपाकर

वो रखती है खुद को सबसे छुपाकर…. शायद वो भी खुद को अमानत समझती है मेरी

बारिश है तेरे ख़्यालों की

बारिश है तेरे ख़्यालों की … महकी महकी दिल की जमीं है !!

कोई ऐसा पल नहीं

कोई ऐसा पल नहीं जिसमें तू याद न आए सच कहूं हर सांस गुलाम है तेरी..

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