बरसों बाद इक ख़त आज आया है

बरसों बाद इक ख़त आज आया है, तुम्हे याद आई है या गलत पते पे आया है…!!!

होंगी कुछ उनकी भी मजबूरियाँ

होंगी कुछ उनकी भी मजबूरियाँ, यूंही कोई हमेशा ऑफलाइन नहीं होता…!!!

तुम याद भी आते हो तो चुप रहता हूं

तुम याद भी आते हो तो चुप रहता हूं, कि आंखो को खबर हुई तो बरस जायेगीं…..!!

तुम से कहा था ना कि

तुम से कहा था ना कि….. हम मर जायेंगे,लो मर गये, तुम पर..!!!! अब दफ़ना लो “अपनी बाहों” में….!

लम्बी लम्बी बातें

तुम्हें याद हैं वो तुमसे हुई लम्बी लम्बी बातें, या हमारे साथ साथ उन्हें भी भूला दिया…!!!

सुलझे-सुलझे बालों वाली लड़की से

सुलझे-सुलझे बालों वाली लड़की से कोई पूछे तो, उलझा-उलझा रहने वाला लड़का कैसा लगता है…!!!

तुझ से दूर रह कर मोहब्बत बढती जा रही है

तुझ से दूर रह कर मोहब्बत बढती जा रही है क्या कहूँ… केसे कहूँ… ये दुरी तुझे और करीब ला रही हैँ…..!!

इश्क़ में ऐसी करामत नहीं देखी हमने

इश्क़ में ऐसी करामत नहीं देखी हमने, रु ब रु यार हो….और होश में दीवाना रहे…!!!

कट ही जाता है दिन तुम्हारे बगैर

कट ही जाता है दिन तुम्हारे बगैर, हाँ ज़रा रात तंग करती है…!!!

उसकी मोहब्बत का सिलसिला

उसकी मोहब्बत का सिलसिला भी क्या अजीब था अपना भी ना बनाया और किसी और का होने भी ना दिया ।

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