जिन पर लुटा चूका था

जिन पर लुटा चूका था मैं दुनिया की दौलतें उन वारिसों ने मुझको कफ़न नाप कर दिया

हम तो बस

हम तो बस सवाल है जवाब अगर नही है,,तो आपका

अब हवाएँ ही

अब हवाएँ ही करेंगी रौशनी का फ़ैसला…जिस दिए में जान होगी,, वो दिया रह जाएगा

जहाँ कुछ दर्द

जहाँ कुछ दर्द का मज़कूर होगा… हमारा शेर भी मशहूर होगा..

कहानी ख़त्म हुई

कहानी ख़त्म हुई और ऐसी ख़त्म हुई… कि लोग रोने लगे तालियाँ बजाते हुए..

गया वो वक़्त

गया वो वक़्त जब परियों की कहानी हमें सुला देती थी* अब एक परी का किस्सा हमें सोने नहीं देता रात भर…

कभी यूँ भी

कभी यूँ भी तो हो,, परियों की महफ़िल हो कोई तुम्हारी बात हो और तुम आओ

कोई उन्हें भी

कोई उन्हें भी नौकरी दे दो दिल तोडने की डिग्री है उनके पास

संदेशा प्रेम का

संदेशा प्रेम का देता फिरता है वो घर दिलों में सभी के ही बना देता है!

मुझे फुर्सत से

मुझे फुर्सत से मिलो सब तुम्हे बताऊंगा कौन कमज़र्फ है और कौन दुआ देता है!

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