यादों को याद बना कर रख लिया जज्बातों को तेज़ाब बना कर रख लिया
Tag: जिंदगी शायरी
बिखरने के बहाने
बिखरने के बहाने तो बहुत मिल जाएँगे … आओ हम जुड़ने के अवसर खोजें..!
खत क्या लिखा….
खत क्या लिखा….. मानवता के पते पर डाकिया ही गुजर गया पता ढूढते ढूढते…..
खत्म होने की वजह
कुछ रिश्तों के खत्म होने की वजह सिर्फ यह होती है कि.. एक कुछ बोल नहीं पाता और दुसरा कुछ समझ ही नहीं पाता।
सुविचारों का असर
सुविचारों का असर इसलिए नहीं होता क्योंकि लिखने वाले और पढने वाले दोनों यह समझते है की ये दूसरों के लिए है।
अजीब सी बस्ती में
अजीब सी बस्ती में ठिकाना है मेरा। जहाँ लोग मिलते कम, झांकते ज़्यादा है।
चलने दो जरा
चलने दो जरा आँधियाँ हकीकत की, न जाने कौन से झोंके मैं अपनो के मुखौटे उड़ जाये।
रोज़ बदलो न इनको
रोज़ बदलो न इनको यूँ लिबासों की तरह, ये रिश्तें हैं जनाब बाज़ारों में कहाँ मिलते हैं।
करीब ना होते हुए भी
करीब ना होते हुए भी करीब पाओगे हमें क्योंकि… एहसास बन के दिल में उतरना आदत है मेरी….
आँखे ज़िसे चुने
आँखे ज़िसे चुने वो सही हो या ना हो, दिल से किया हुआ चुनाव कभी गलत नहीं होते..!!