मोहब्बत थी तो

मोहब्बत थी तो चाँद अच्छा था, उतर गई तो दाग भी दिखने लगे !!

आजकल के दिल

आजकल के दिल बहोत छोटे हो गये है, बहोत जल्द भर जाते है !!

बदल गई है

बदल गई है रुत मेरी इन आँखों की, बरसात होती रहेती है घडी घडी !!

कुछ नहीँ था

कुछ नहीँ था मेरे पास खोने को, जब से मिले हो तुम डर गया हूँ मैँ..

तेरी यादें हर रोज़

तेरी यादें हर रोज़ आ जाती है मेरे पास, लगता है तुमने बेवफ़ाई नही सिखाई इनको..!!

किताबें कैसी उठा लाए

किताबें कैसी उठा लाए मय-कदे वाले, ग़ज़ल के जाम उठाओ बड़ा अँधेरा है…

हम वही हैं

हम वही हैं,बस ज़रा ठिकाना बदल लिया है तेरे दिल से निकलकर अब ख़ुद में रहते हैं|

मत तोल मोहब्बत मेरी

मत तोल मोहब्बत मेरी अपनी दिल्लगी से…. चाहत देखकर मेरी अक्सर तराज़ू टूट जाते है

किस किस तरह से

किस किस तरह से छुपाऊँ तुम्हें मैं, मेरी मुस्कान में भी नज़र आने लगे हो तुम..

महसूस कर रहें हैं

महसूस कर रहें हैं तेरी लापरवाहियाँ कुछ दिनों से… याद रखना अगर हम बदल गये तो, मनाना तेरे बस की बात ना होगी !!

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