वो शातिर है जानता है आदमी की जरूरतें क्या क्या हैं,
सफ़ेद कुर्ते की इक जेब में रोटी तो दूसरी में रम रखता है ।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
वो शातिर है जानता है आदमी की जरूरतें क्या क्या हैं,
सफ़ेद कुर्ते की इक जेब में रोटी तो दूसरी में रम रखता है ।