पाकिजगी मुहब्बत की मयस्सर हैं सबको….
दामन-ऐ-वफा में कोई अश्क तो कोई हंसी लिए बैठे हैं !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
पाकिजगी मुहब्बत की मयस्सर हैं सबको….
दामन-ऐ-वफा में कोई अश्क तो कोई हंसी लिए बैठे हैं !!