जिंदगी का खेल

जिंदगी का खेल शतरंज से भी मज़ेदार होता है, लोग हारते भी है तो अपनी ही रानी से …

भीड़ का हिस्सा

यह दुनिया इंसानों की बस्ती है फरिश्ता मत बन, लोग पत्थर से तुझे मारेंगे शीशा मत बन, ऐसा कुछ कर कि सारा जमाना तुझे देखे, अपनी पहचान बना, भीड़ का हिस्सा मत बन..!

एक दूसरे के लिये

ना आप अपने आप को गले लगा सकते हो, ना ही आप अपने कंधे पर सर रखकर रो सकते हो। ? एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है।इसलिये वक़्त उन्हें भी दो जो आपको चाहते है दिल से…|

रोता रहा रात भर

मै रोता रहा रात भर मगर फैंसला न कर सका, तू याद आ रही है, या मैं याद कर रहा हूँ…

छोड़ दिया उसका

छोड़ दिया उसका इंतजार करना हमेशा के लिए.. ऐ दोस्तों जिसे निगाह की क़दर नहीं.. उसे मूड मूड कर क्या देखना

हम ही हम थे

उनकी बातों मैं प्यार के तेवर कम थे… जब आँखों में झाँका तो हम ही हम थे…!

अज़ब माहौल है

अज़ब माहौल है हमारे मुल्क का… मज़हब थोपा जाता है, इश्क रोका जाता है….

ऊसके जैसी कोई

ऊसके जैसी कोई ओर कैसे हो सकती है , और अब तो वो खुद अपने जैसी नहीं रही..

वो अच्छे हैं

वो अच्छे हैं ………….तो हैं, हमारा तो बुरा हाल कर रखा हैं…

मिला तो नही था

जिस दिन मेरी मौत की खबर मिलेगी तब लोग यही कहेंगे” . बन्दा कभी मिला तो नही था लेकिन पोस्ट अच्छी डालता था।।

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