सब ढूंढ़ते रहे मुझमें….मुनाफे की वजह… करता रहा सौदे मैं ,बेमोल मुस्कुराते हुए…!!
Category: Urdu Shayri
हर तरह का वक़्त
जो उड़ते हैं अहम के आसमानों में जमीं पर आने में, वक़्त नहीं लगता… हर तरह का वक़्त आता है ज़िंदगी में वक़्त के गुज़रने में, वक़्त नहीं लगता…
मुहब्बत है रोशनी
जला रहा हूँ खुद अपने लहू से दिल के चराग़, ना जाने कितनी मुहब्बत है रोशनी से मुझे…
अपना नया इतिहास
अपनी जमीन, अपना नया आसमान खुद पैदा करुगा मांगने से ऐसी ज़िंदगी कब मिलती है खुद ही अपना नया इतिहास पैदा कर…
प्यार से इस्तीफा
तुम नफरतो के धरने पर कयामत तक बैठो मै अपने प्यार से इस्तीफा कभी नही दूंगा.!!!
जी न सके हम
यूँ तो जी रहे है सारी उम्र जीनी है लेकिन, जीने की तरह जी न सके हम..।।
सारी बरकत है
जलने वालों की दुआ से ही सारी बरकत है….वरना… अपना कहने वाले लोग तो याद भी नहीं करते….!!!!
मोहब्बत बढती जाएगी…
मेंने तुझसे कब माँगा, अपनी वफाओ का सिला… तूम बस दर्द देते जाओ , मोहब्बत बढती जाएगी…
मुफ़लिसी हालात में
मुफ़लिसी हालात में रहते वक्त बड़ी हिमाक़त से गुजरा आज वही लोग प्यार से पास बिठाकर मान करते मेरा
इश्क़ है तो
दोस्तो कह दो लड़कियो से इश्क़ है तो शक कैसा..? अगर नहीं है तो फिर हमारा हक़ कैसा….?