कभी हो जाये इश्क़ तो बताना हमें.. तुमसे लिपटकर रोना है बहुत देर!!
Category: Shayri
उसकी ज़िंदगी में
उसकी ज़िंदगी में थोड़ी सी जगह माँगी थी मुसाफिरों की तरह, उसने तन्हाईयों का पूरा एक शहर मेरे नाम कर दिया !!
तुम इस रस्ते में
तुम इस रस्ते में क्यूँ बारूद बोए जा रहे हो.. किसी दिन इस तरफ़ से ख़ुद गुज़रना पड़ गया तो..
वक्त इशारा देता रहा
वक्त इशारा देता रहा और हम इत्तेफाक़ समझते रहे….. बस यूँ ही धोखे ख़ाते गए और इस्तेमाल होते रहे |
तस्वीर कहाँ तक देंखू
दिल गया तो कोई आँखे भी ले जाता फकत एक ही तस्वीर कहाँ तक देंखू |
धूप में निकलो
धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो|
जिन के आँगन में
जिन के आँगन में अमीरी का शजर लगता है उन का हर ऐब ज़माने को हुनर लगता है|
इधर तड़प है
इधर तड़प है कि वो साथ नहीं, उधर वो कहते हैं, कोई बात नहीं…
रौनक हो तुम मेरी
रौनक हो तुम मेरी जिंदगी की… जब भी देखता हूँ चेहरे पर मुस्कान अपने आप आ जाती है…
मशहूर होने का
मशहूर होने का शौक किसे है अपने ही ठीक से पहचान लें काफी है!