अब सहारों की बात

अब सहारों की बात मत करना….… – अब दिलासों से भर गया है दिल….

ताउम्र बस

ताउम्र बस एक यही सबक याद रखिये..! इश्क़ और इबादत में नियत साफ़ रखिये…!!

कट रही है

कट रही है ज़िंदगी रोते हुए…. और वो भी तुम्हारे होते हुए…||

चलो मान लिया

चलो मान लिया हमने के हमे मोहब्बत करनी नहीं आती…. तुम बताओ “ऐ जान” तुम्हे दिल तोड़ना किसने सिखाया….,

तुम दिल दुखाया करो

सुनो तुम दिल दुखाया करो इजाजत है…. बस कभी भूलने की बात मत करना…

अश्क भरकर लिख देती है

अश्क भरकर लिख देती है रंजोगम को मेरे हाथों को वो ऐसी एक कलम दे गया

मझधार तक पहुँचना

मझधार तक पहुँचना तो हिम्मत की बात थी साहिल के आस पास ही तूफ़ान बन गये|

अब कुछ नहीं मेरी

अब कुछ नहीं मेरी रग रग में, रेंगती है तु मेरी नस नस में

मेरे सीख पे इमान लाये हैं

आया हूँ याद बाद-ए-फ़ना उनको भी क्या जल्द मेरे सीख पे इमान लाये हैं|

आदत न डालो…

नीँद को इंतजार की आदत न डालो……….. .. जो रूठ गई तो मुश्किल होगी.!!!!!!!

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