यूँ तो मझे झूठ

यूँ तो मझे झूठ से सख्त नफरत है लेकिन अच्छा लगता है जब वो मुझे अपना कहता है

गिरती हुई बारिश

गिरती हुई बारिश के बूंदों को अपने हाथों से समेट लो, जितना पानी तुम समेट पाए, उतना याद तुम हमें करते हो, जितना पानी तुम समेट ना पाई, उतना याद हम तुम्हे करते हैं।

सबसे मुश्किल होता हैं

सबसे मुश्किल होता हैं उन जाने लोगो से बात करना, अंजानो की तरह। वो अनजाने लोग जिनपर कभी जान लुटाया करते थे।

उसको मिलने से पहले

उसको मिलने से पहले कहीं बार सोचा था, उस से मिलने के बाद कहीं बार सोचा हैं। वो जो मिलती हैं मुझे, मुझे मिल क्यूँ नही जाती..??

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