दोहरी हुकूमत जताना कोई तुमसे सीखे, खुद तो बात करेंगे नहीं……. उस पर मेरा रूठना भी बर्दाश्त नहीं ।।
Category: Love Shayri
कहाँ मांग ली थी
कहाँ मांग ली थी कायनात जो इतनी मुश्किल हुई ए-खुदा, सिसकते हुए शब्दों में बस एक शख्स ही तो मांगा था…!!!
फासला नज़रों का
फासला नज़रों का धोखा भी हो सकता है। वो मिले ना मिले तुम हाथ बढ़ा कर देखो |
मौत का आलम
मौत का आलम देख कर तो ज़मीन भी दो गज़ जगह दे देती है… फिर यह इंसान क्या चीज़ है जो ज़िन्दा रहने पर भी दिल में जगह नहीं देता…
जिंदगी की किताब
जिंदगी की किताब के कुछ पन्ने होते है, कुछ अपने, कुछ बेगाने होते है, प्यार से सँवर जाती है ज़िंदगी, बस प्यार से रिश्ते निभाने होते है|
बड़े अजीब हैं
बड़े अजीब हैं ये जिन्दगी के रास्ते, अनजाने मोड़ पर कुछ लोग दोस्त बन जाते हैं. मिलने की खुशी दें या न दें, बिछड़ने का गम जरुर दे जाते हैं…!!
फिर उसकी याद आई है
फिर उसकी याद आई है साँसों ज़रा आहिस्ता चलो धड़कनों से भी इबादत में खलल पड़ता है|
किसने चलाया ये
किसने चलाया ये तोहफ़े लेने-देने का रिवाज..गरीब आदमी मिलने-जुलने से भी डरता है..!
एहसान ये रहा
एहसान ये रहा मुझ पर तोह़मत लगाने वालों का उठती उँगलियों ने मुझे मशहूर कर दिया!!
क्यों बताये किसी को
क्यों बताये किसी को हाले दिल अपना, जो तूने बनाया वही हाल है अपना ।।