तुम्हारे हँसने की वजह

तुम्हारे हँसने की वजह बनना चाहता हूँ , बस इतना हैं तुमसे कहना………

कभी कभी मीलों दूर

कभी कभी मीलों दूर बैठा इंसान आपको जीने का सहारा दे सकता है और वो नहीं जो आपके करीब है।

मीलों दूर चलाती रही

मीलों दूर चलाती रही ये जिन्दगी हकदार मैं सिर्फ दो गज जमीन की थी

वापसी का तो

वापसी का तो सवाल ही नही….. आँसुओ की तरह निकला हूँ मै…..

आ बैठ मेरे पास

आ बैठ मेरे पास बरबाद अब कुछ रातें करते हैं बन जा तू शब्द मेरे फिर दिल की, दिल से कुछ बातें करते हैं…….

इश्क़ के आगोश में

इश्क़ के आगोश में आने वालों सुनो, नींद नहीं आती बिना महबूब की बाहों के..

जो कोई समझ न सके

जो कोई समझ न सके वो बात हैं हम, जो ढल के नयी सुबह लाये वो रात हैं हम, छोड़ देते हैं लोग रिश्ते बनाकर, जो कभी न छूटे वो साथ हैं हम।

हो सकता है

हो सकता है की मैं तेरी खुशियाँ बाँटने ना आ सकू, गम आये तो खबर कर देना वादा है की सारे ले जाऊँगा…

कैसे जिंदा रहेगी

कैसे जिंदा रहेगी तहज़ीब सोचिये ! , पाठशाला से ज्यादा तो मधुशाला हैं इस शहर मे….

नहीं ज़रूरत मुझे

नहीं ज़रूरत मुझे तुम्हारी अब, ख्यालात तुम्हारे काफ़ी है….. तुम क्या जानो इस मस्ती को, अहसास तुम्हारे काफ़ी है……

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