इश्क़ मे उनके

इश्क़ मे उनके जान देके, हम भी दिखा देते मगर, तभी याद आया की, मोहब्बत तो अंधी होती

Inteha ye hai

Saas ko but, aur but ko devta karta hai ishk Inteha ye hai ke bande ko Khuda karta hai ishk

बस तुम याद

मंजर भी बेनूर थे और फिजायें भी बेरंग थी , बस तुम याद आए और मौसम सुहाना हो गया..

बिगाड़ देती हैं 

नयी हवाओं की सोहबत बिगाड़ देती हैं कबूतरों को खुली छत बिगाड़ देती हैं जो जुर्म करते है इतने बुरे नहीं होते सज़ा न देके अदालत बिगाड़ देती हैं

मोहब्बत का शौक

मिलने लगे है रोज वो हमसे अजनबी बनकर .. लगता है फिर से मोहब्बत का शौक चढा है…!!.

सभाल लिया है

मन्जिले मुझे छोड़ गयी रास्तों ने सभाल लिया है..!! जा जिन्दगी तेरी जरूरत नहीं मुझे हादसों ने पाल लिया है.

कुछ तो जीते हैं

कुछ तो जीते हैं जन्नत की तमन्ना लेकर कुछ तमन्नायें जीना सिखा देती है हम किसके सहारे जीये ज़िन्दगी रोज एक तमन्ना बढा देती है।

Duniya to waise bhi

Dil bada rkhe duniya to waise bhi bahut chhoti hai……

उसने मेरे हाथ

उसने मेरे हाथ की लकीरें देखी और फिर हँस कर कहा…. तुझे ज़िन्दगी में सब कुछ मिलेगा एक मेरे सिवा….

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