Intezaar Karte Hai

Log rone ke liye kandha nahi dete, Marne tak intezaar karte hai॥

दांव पर जिंदगी

मत लगाओ दांव पर जिंदगी को इस खेल में… इस मुहब्बत में जीत की कोई गुंजाईश नही होती.!!

ऐसा भी कायदा हो

मुकद्दर की लिखावट का इक ऐसा भी कायदा हो… देर से किस्मत खुलने वालों का दोगुना फायदा हो……

थक हार के

आखिर थक हार के, लौट आया मै बाज़ार से….!! यादो को बंद करने के ताले , कही मिले नही….!!!

कूछ रिश्तों के

आज कि बात कूछ रिश्तों के नाम नही होते. कूछ रिश्ते नाम के होते है.

पहले भी तुम

छोटी सी लिस्ट है मेरी “ख़्वाहिशों” की पहले भी तुम और आख़िरी भी तुम

मेरे पत्थर के

हाथ मेरे पत्थर के, पत्थर की हैं मेरी उंगलियां, दरवाज़ा तेरा काँच का, मुझसे खटखटाया न गया…

तू जिंदगी में आई

दोनों ही बातों से तेरी एतराज है मुझको.. क्यों तू जिंदगी में आई और क्यों चली गई..

दोस्तो समुंदर मे

तूफान दर्द का चला तो सवार जाऊंगा , मे तेरी जुल्फ नही जो यू बिखर जाऊंगा , यहा से उड़ूँगा तो ये ना पूछो के कहा जाऊंगा , मे तो दरिया हू दोस्तो समुंदर मे समा जाऊंगा .

आज मैं अकेला हूँ

आज मैं अकेला हूँ, तो क्या हुआ दोस्तो.. एक दिन उसको भी मेरे बिना सब सुना सा लगेगा..

Exit mobile version