ज्यादा ख्वाहिशें नही…. जिंदगी का हर लम्हा….. .तेरे साथ हो…….
Category: Hindi Shayri
तेरी मौजूदगी से
तेरी मौजूदगी से लौट आती हैं चेहरे की रौनकें लोग सोचते हैं खूबसूरत हैं हम |
तुझे पाकर ही
तुझे पाकर ही अपनों से मिल पाये हम क्यू इतनी देर से मेरे झिंदगी में आये तुम !!
खुद को सबसे छुपाकर
वो रखती है खुद को सबसे छुपाकर…. शायद वो भी खुद को अमानत समझती है मेरी
बारिश है तेरे ख़्यालों की
बारिश है तेरे ख़्यालों की … महकी महकी दिल की जमीं है !!
कोई ऐसा पल नहीं
कोई ऐसा पल नहीं जिसमें तू याद न आए सच कहूं हर सांस गुलाम है तेरी..
तेरा ही जिक्र होता है
तेरा ही जिक्र होता है हर एक अल्फाज में मेरे.. वो भी इस सलीके से कि, कहीं तू बदनाम ना हो जाए..!!
मुझ से ही रूठ कर
मुझ से ही रूठ कर मुझे ही याद करते हो… .तुम्हें तो ठीक से नाराज़ होना भी नहीं आता|
सजदा कहूँ या कहूँ
सजदा कहूँ या कहूँ इसे मोहब्बत तेरे नाम में आये अक्षर भी हम मुस्कुरा कर लिखा करते हैं
किसी रोज़ शाम के वक़्त
किसी रोज़ शाम के वक़्त… सूरज के आराम के वक़्त… मिल जाये साथ तेरा… हाथ में लेके हाथ तेरा…