ज्यादा ख्वाहिशें नही….
जिंदगी का हर लम्हा…..
.तेरे साथ हो…….
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
ज्यादा ख्वाहिशें नही….
जिंदगी का हर लम्हा…..
.तेरे साथ हो…….
तेरी मौजूदगी से लौट आती हैं चेहरे की रौनकें लोग सोचते हैं खूबसूरत हैं हम |
तुझे पाकर ही अपनों से मिल पाये हम
क्यू इतनी देर से मेरे झिंदगी में आये तुम !!
वो रखती है खुद को सबसे छुपाकर….
शायद वो भी खुद को अमानत समझती है मेरी
बारिश है तेरे ख़्यालों की …
महकी महकी दिल की जमीं है !!
कोई ऐसा पल नहीं जिसमें तू याद न आए सच कहूं हर सांस गुलाम है तेरी..
तेरा ही जिक्र होता है हर एक अल्फाज में मेरे..
वो भी इस सलीके से कि, कहीं तू बदनाम ना हो जाए..!!
मुझ से ही रूठ कर मुझे ही याद करते हो…
.तुम्हें तो ठीक से नाराज़ होना भी नहीं
आता|
सजदा कहूँ या कहूँ इसे मोहब्बत
तेरे नाम में आये अक्षर भी
हम मुस्कुरा कर लिखा करते हैं
किसी रोज़ शाम के वक़्त…
सूरज के आराम के वक़्त…
मिल जाये साथ तेरा…
हाथ में लेके हाथ तेरा…