मेरी बांहो मे

मेरी बांहो मे सारी खुशीयाँ सिमट जाती है! जब मेरी बेटी मुझसे लिपट जाती है!

किसी के पास

किसी के पास सब कुछ हो तो जलती है दुनिया… किसी के पास कुछ ना हो तो हँसती है दुनिया..!!

तुम आ जाओ

तुम आ जाओ मेरी कलम की स्याही बनकर मैं तुम्हें अपनी ज़िन्दगी के हर पन्ने में उतार दूँ

किसी का हो कर

किसी का हो कर, फिर से खुद का होना बहुत मुश्किल होता है..

सच को तमीज़ ही नहीं

सच को तमीज़ ही नहीं बात करने की.. झूठ को देखो, कितना मीठा बोलता है…

मुझ को मुझ में

मुझ को. मुझ में ही जगह नहीं मिलती.. वो मुझमें मौज़ूद है इस कदर.

ये कह-कह के

ये कह-कह के हम दिल को बहला रहे हैं वो अब चल चुके हैं वो अब आ रहे हैं !!

ऐ मोहोब्बत तेरे अंजाम पे

ऐ मोहोब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया, आज कुछ बात है जो शाम पे रोना आया ।

तू क्या चीज़ है

घमंड तो हम पहाड़ का तोड़ दे , तू क्या चीज़ है रे ….

शब्द मुफ़्त मे

शब्द मुफ़्त मे मिलते है., लेकीन उनके चयन पर “निर्भर” करता है कि उनकी “कीमत” मिलेगी या “चुकानी” पड़ेगी!!

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