तुझे पाकर ही

तुझे पाकर ही अपनों से मिल पाये हम क्यू इतनी देर से मेरे झिंदगी में आये तुम !!

तेरा ही जिक्र होता है

तेरा ही जिक्र होता है हर एक अल्फाज में मेरे.. वो भी इस सलीके से कि, कहीं तू बदनाम ना हो जाए..!!

आदमी के शब्द

आदमी के शब्द नही बोलते….! उसका वक्त बोलता है…!!

मुहब्बत क्या है

मुहब्बत क्या है चलो दो लफ़्ज़ों में बताते हैं, तेरा मजबूर कर देना,मेरा मज़बूर हो जाना।।

मेरे चेहरे से मेरा दिल

मेरे चेहरे से मेरा दिल नहीं पढ़ पाओगे तुम मुझे आदत है हर बात पे मुस्कुरा देने की …!!!!

जब जब लोग

जब जब लोग परेशान हो जाते हैं, तो काफी हद तक इंसान हो जाते हैं..

घोंसला बनाने में

घोंसला बनाने में यूँ मशग़ूल हो गए, उड़ने को पंख हैं हम ये भी भूल गए…!!

तारों के जाल में

चाँद से छूटा तो तारों के जाल में जा अटका … अब रात गुज़र जाएगी उस सपने को छुड़ाने में|

दिल में बुराई रखने से

दिल में बुराई रखने से बेहतर है आप अपनी नाराज़गी जाहिर कर दें|

समझदार हो गए है

लोग अब समझदार हो गए है…. हैसियत देख कर साथ निभाते है।

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