टूटी हुई नींदों के दरमियाँ

थकी , टूटी हुई नींदों के दरमियाँ…अब भी…, . अक्सर बहुत चुपके से जाग जाती हैं…. ख्वाहिश उसकी…!!

आँखों में नज़र आता है

उसकी आँखों में नज़र आता है सारा जहां मुझ को….. अफ़सोस कि उन आँखों में कभी खुद को नहीं देखा..

इस दुनिया के सभी लोग

इस दुनिया के सभी लोग आपके लिये बहोत अच्छे है, बस शर्त इतनी सी है की आपके दिन अच्छे होने चाहिये !!

हमें पता है

हमें पता है …तुम… कहीं और के मुसाफिर हो .. हमारा शहर तो.. बस यूँ ही… रास्ते में आया था..!!

सुकून की कमी महसूस हो

जब तुम्हे सुकून की कमी महसूस हो तो अपने रब से तौबा किया करो…….. क्योकि इंसान के गुनाह ही है जो उसे बैचैन रखते है|

वो जो निकले थे

वो जो निकले थे घर से मशालें लेकर बस्तियां फूकने, अँधेरे मकान में अपनों को अकेला छोड़ आये हैं

अपने घर की तहज़ीब

ग़ुलाम हूँ अपने घर की तहज़ीब का वरना लोगों को औकात दिखाने का हूनर भी रखता हूँ|

ये तमन्ना भी नहीं

ये तमन्ना भी नहीं ..चाँद सितारा हो जाऊं हाँ अँधेरा हो कहीं तो मैं उजाला हो जाऊं|

घर से निकलो तो

घर से निकलो तो पता जेब में रखकर निकलो हादसे अक्सर चेहरे की पहचान मिटा दिया करते है..

मेरे मुकद्दर का भी

मेरे मुकद्दर का भी ये गिला रहा मुझसे किसी और का होता तो कब का संवर गया होता |

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