थकी , टूटी हुई नींदों के दरमियाँ…अब भी…,
.
अक्सर बहुत चुपके से जाग जाती हैं….
ख्वाहिश उसकी…!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
थकी , टूटी हुई नींदों के दरमियाँ…अब भी…,
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अक्सर बहुत चुपके से जाग जाती हैं….
ख्वाहिश उसकी…!!