समंदर बेबसी अपनी किसीसे कह नहीं सकता, हजारों मील तक फैला है फिर भी बह नहीं सकता !!
Category: वक्त-शायरी
पहले ढंग से
पहले ढंग से तबाह तो हो ले….. मुफ़्त में उसे भूल जाएँ क्या …?
कुछ तो सम्भाला होता…
कुछ तो सम्भाला होता…. मुझे भी खो दिया तुमने…..
बेताबी उनसे मिलने की
बेताबी उनसे मिलने की इस क़दर होती है हालत जैसी मछली की साहिल पर होती है
वक़्त को मेरी फ़िक्र थी..
वक़्त को मेरी फ़िक्र थी.. उसे शायद ये पता नहीं था.. की वो भी गुज़र रहा है..!!
सिर्फ पढने भर का
सिर्फ पढने भर का रिश्ता मत रखिये कभी खैरियत भी तो पूछ लिया कीजिये..!!
चेहरे और पोशाक
चेहरे और पोशाक से आँकती है दुनिया, रूह में उतर कर कब झाँकती है दुनिया।
यूँ ही आँखें
यूँ ही आँखें किसी की नम नहीं होतीं। दिल टूटता है पहले, फिर बनते हैं मोती।
दर्द मीठा हो
दर्द मीठा हो तो रुक -रुक के कसक होती है, याद गहरी हो तो थम -थम के करार आता है।
मैं आदमी हूँ
मैं आदमी हूँ कोई फ़रिश्ता नहीं हुज़ूर मैं आज अपनी ज़ात से घबरा के पी गया