जो बेचैन है

अहसास हैं, जो बेचैन है जाहिर होने को.. और अलफ़ाज हैं, वो कमब्ख़्त हङताल किये बैठे हैं..

अंग्रेजी की किताब

अंग्रेजी की किताब बन गयी हो तुम…….. पसंद तो बहुत आती हो पर समझ नही आती हो…

भिगों कर रख दिया

भिगों कर रख दिया तुम्हारी यादों ने इतना, कि बारिश में भीगने का अब मन नहीं करता…

अपनी मोहब्बत को

अपनी मोहब्बत को खोकर भी जो संभल जाते है, बहोत मजबूत हो जाते है वो लोग जिन्दगी में !!

सन्नाटा छा गया

सन्नाटा छा गया बटवारे के किस्से में, जब माँ ने पूछा मै हूँ किसके हिस्से मे

मोहब्बत में सलाह

मुझसे मोहब्बत में सलाह मांगते है लोग… तेरा इश्क़ मुझे ये तजुर्बा दे गया…

फैंसला ये है

फैंसला ये है की अब आवाज नहीं देनी किसी को… हम भी देखे कौन कितना तलबगार है हमारा…।

सिर्फ ख़ुशी में

सिर्फ ख़ुशी में आना तुम. अभी दूर रहो थोड़ा परेशां हूँ मैं ..

हाथ जोड़कर दिल जीतता हुँ

हारने वाले के आगे हाथ जोड़कर दिल जीतता हुँ महोब्बत के अखाड़े का सुल्तान मैं भी हूँ .

बेवजह दीवारों पर

बेवजह दीवारों पर इल्ज़ाम है, बँटवारे का, लोग मुद्दतों से एक कमरे में अलग-अलग रहते हैं…..

Exit mobile version