देख ज़िन्दगी इस तरह ना रुला

देख ज़िन्दगी इस तरह ना रुला मुझे, मै खफा हुआ तो छोड़ दूँगा तुझे भी…!!!

काश तुझ पर भी लागू होती आर.टी.आई

काश तुझ पर भी लागू होती आर.टी.आई, ऐ जिन्दगी….तुझसे बहुत से जवाब चाहिए…!!!

अपनी खुशियों की चाबी किसी को न देना

अपनी खुशियों की चाबी किसी को न देना, दाेस्त लोग अक्सर दूसरों का सामान खो देते हैं..!!

नींद में भी गिरते हैं मेरी आँख से आंसू

नींद में भी गिरते हैं मेरी आँख से आंसू जब भी तुम ख्वाबों में मेरा हाथ छोड़ देती हो..

रहता हूं किराये के घर में

रहता हूं किराये के घर में… रोज़ सांसों को बेच कर किराया चूकाता हूं…. मेरी औकात है बस मिट्टी जितनी… बात मैं महल मिनारों की कर जाता हूं…. जल जायेगा ये मेरा घर इक दिन… फिर भी इसकी खूबसूरती पर इतराता हूं…. खुद के सहारे मैं श्मशान तक भी ना जा सकूंगा… इसीलिए जमाने में… Continue reading रहता हूं किराये के घर में

गुज़र गया आज का दिन भी

गुज़र गया आज का दिन भी तमाम ख्वाहिशे लेकर.. साँसों ने शरीर का दामन ना छोड़ा तो कल फिर मिलेंगे.. गुज़र गया आज का दिन भी तमाम ख्वाहिशे लेकर.. साँसों ने शरीर का दामन ना छोड़ा तो कल फिर मिलेंगे..

एक बार आना है तेरे शहर में जिन्दगी

एक बार आना है तेरे शहर में जिन्दगी, देखूँ तो सही, बेवफाओं का शहर होता कैसा है…!!!

वाह रे दोगले समाज

वाह रे दोगले समाज क्या तेरी सोच हैं… पैसे वाले की बेटी.. रात के आठ बजे कही जाए.. तो “चलन” है…! गरीब की बेटी… अगर उसी वक्त पर डयूटी से आए.. तो “बदचलन” है..!!

दुनियाँ की हर चीज ठोकर

दुनियाँ की हर चीज ठोकर लगने से टूट जाया करती है दोस्तो… एक ” कामयाबी ही है जो ठोकर खा के ही मिलती है …!!

अभी सूरज नही डुबा जरा सी शाम होने दो

अभी सूरज नही डुबा जरा सी शाम होने दो मैँ खुद लौट जाऊँगा मुझे नाकाम तो होने दो मुझे बदनाम करने का बहाना ढुँढता है जमाना मैँ खुद हो जाऊँगा बदनाम पहले नाम तो होने दो

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