मेरे नगमों मे

मेरे नगमों मे जो बसती है वो तस्वीर थी वो
नौजवानी के हसीन ख्वाब की ताबीर थी वो
आसमानों से उतर आई थी जो रात की रात
जिंदगी भर नहीं भूलेगी वो बरसात की रात

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